Fitkari ka rasayanik sutra ya Formula : दोस्तो आज के इस पोस्ट में हम फिटकरी के फॉॉर्मूला या रासायनिक सूूत्र के बारे में जानेंगे।
Fitkari Ka Formula या फिटकरी का रासायनिक सूत्र क्या है?
फिटकरी का रासायनिक सूत्र क्या है ? – Fitkari ka rasayanik sutra
- NaCl
- (KAI(SO4)2.12H2O)) or (K2SO4)(AL2SO4).12H2O
- CASO4.2H2O
- 2PbCO3.Pb(OH)2
Answer - (KAI(SO4)2.12H2O)) or (K2SO4)(AL2SO4).12H2O
Explanation - एक रंगहीन, क्रिस्टलीय पदार्थ हैं। साधारण फिटकरी का रासायनिक नाम पोटाश एलम(KAl(SO4)2.24H2O) होता हैं। (AB(SO4)2.12H2O) इम्पीरिकल सूत्र वाले सामान्य यौगिकों को Alums नाम से जाना जाता है।
फिटकरी 92° सें. पर पिघलता है। 200° सें. पर इसका जल निकल जाता है जिसस यह सरंध्र पुंज में परिणत हो जाता है। इसे 'जली हुई फिटकरी' कहते हैं। वायु में इसके क्रिस्टल प्रस्फुटित होते हैं, जो वायु से अमोनिया का अवशोषण कर क्षारक लवण में परिवर्तित हो जाते हैं।
फिटकरी Complex यौगिक नहीं है। पानी में घुलने पर विलयन में इसके समसत आयन अलग अलग रहते हैं : यह समरूपीय क्रिस्टल बनाता है। एक लवण के क्रिस्टल पर दूसरे लवण के क्रिस्टल बड़ी सरलता से बनते हैं। इसके मिश्रित क्रिस्टल भी बनते हैं और विभिन्न लवणों के स्तरों के क्रिस्टल भी बनते हैं। बहुत अधिक विलेय होने के कारण सोडिय ऐलम के क्रिस्टल बड़ी कठिनाई से प्राप्त होते हैं।
फिटकरी के उपयोग
- पोटाश एलम का उपयोग रक्त को थक्का बनाने के लिये किया जाता है। दाढ़ी बनाने के बाद प्रायः इसे चेहरे पर रगड़ा जाता है।
- सोलहवीं शताब्दी में फिटकरी मिलाकर त्वचा को श्वेत बनाने वाला पदार्थ बनाया जाता था।
- गर्म बर्तन पर उपस्थित अशुद्धियों को साफ करने के लिए उपयोग किया जाता है जिससे लोहे के धातु पर तुरंत चमक उत्पन्न हो जाती है